साईं बाबा के भक्त है तो उनकी पूजा अर्चना करने के बाद उनकी आरती करना बेहद जरुरी है।इसलिए साईं बाबा की पूजा अर्चना करना बेहद जरुरी है।शास्त्रों के अनुसार, पूजा आरती गायन के बाद ही सफल मानी जाती है।आरती करने से आपमें सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।इसलिए साईं बाबा की विशेष कृपा पाने के […]
Read Moreराधारानी जी की आरती
राधाष्टमी के अवसर पर वृषभानु लली की आरती का गायन करना बड़ा ही मंगलकारी माना गया है।देवी राधा साक्षात लक्ष्मी स्वरूप हैं। राधाष्टमी पर देवी राधा की पूजा करके इनकी आरती का गायन करने से राधा रानी बहुत ही प्रसन्न होती हैं।कहते हैं कि जहां पर देवी राधा के नाम का गायन और ध्यान किया […]
Read Moreकरवा चौथ पर करवा माता की आरती
करवाचौथ पर चौथ माता की आरती करना सुहाग और सौभाग्य के लिए उत्तम फलदायी माना गया है। इस दिन शिव पार्वती और गणेशजी की आरती के साथ करवा चौथ माता की भी आरती जरूरी करनी चाहिए यह आपके व्रत को और भी शुभ एवं सफल बनाता है। ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।जो […]
Read Moreमां सरस्वती की वंदना
सरस्वती माता की पूजा करते समय समय उनकी वंदना करना जरू करें क्योंकि सृष्टि में देवी देवता भी मां सरस्वती की वंदना करते हैं और देवी की कृपा से ही उन्हें भी ज्ञान और मान सम्मान मिलता है।तो आपक कीजिए सरस्वती वंदना – या कुन्देन्दु तुषारहार धवला या शुभ्रवस्त्रावृता। बसंत पंचमी के मौके पर सबसे […]
Read Moreभगवान राम की आरती
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो ।पायो जी मैंने राम रतन धन पायो । वस्तु अमोलिक दी मेरे सतगुरु ।कृपा कर अपनायो ॥ पायो जी मैंने राम रतन धन पायो ।पायो जी मैंने राम रतन धन पायो । जन्म जन्म की पूंजी पाई ।जग में सबी खुमायो ॥ पायो जी मैंने राम रतन धन […]
Read Moreसंतोषी माता की आरती
जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता।अपने सेवक जन को, सुख संपत्ति दाता।।जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता.. सुंदर, चीर सुनहरी, मां धारण कीन्हो।हीरा पन्ना दमके, तन श्रृंगार लीन्हो।।जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता.. गेरू लाल छटा छवि, बदन कमल सोहे।मंद हंसत करूणामयी, त्रिभुवन जन मोहे।।जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता .. […]
Read Moreकुबेर जी की आरती
स्वामी जै यक्ष जै यक्ष कुबेर हरे।शरण पड़े भगतों के, भण्डार कुबेर भरे।ओम जै यक्ष कुबेर हरे..॥ शिव भक्तों में भक्त सबसे कुबेर बड़े, स्वामी भक्त कुबेर बड़े।दैत्य दानव मानव से, कई-कई युद्ध लड़े ॥ओम जै यक्ष कुबेर हरे..॥ स्वर्ण सिंहासन बैठे, सिर पर छत्र फिरे, स्वामी सिर पर छत्र फिरे।योगिनी मंगल गावैं, सब जय […]
Read Moreकुंजबिहारी जी की आरती
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी कीगले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला।श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला।आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥ गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली।लतन में ठाढ़े बनमाली; भ्रमर सी अलक, कस्तूरी तिलक, चंद्र सी झलक,ललित छवि श्यामा प्यारी की, श्री गिरिधर […]
Read Moreगोर्वधन महाराज जी की आरती
श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज,तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।तोपे पान चढ़े तोपे फूल चढ़े,तोपे चढ़े दूध की धार। तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ।तेरी सात कोस की परिकम्मा, और चकलेश्वर विश्रामतेरे माथे मुकुट विराज रहेओ। तेरे गले में कण्ठा साज रहेओ,ठोड़ी पे हीरा लाल।तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ। तेरे कानन कुण्डल चमक रहेओ,तेरी झांकी बनी विशाल।तेरे […]
Read Moreतुलसी माता की आरती
जय जय तुलसी माता, मैय्या जय तुलसी माता ।सब जग की सुख दाता, सबकी वर माता।।मैय्या जय तुलसी माता।। सब योगों से ऊपर, सब रोगों से ऊपर।रज से रक्ष करके, सबकी भव त्राता।मैय्या जय तुलसी माता।। बटु पुत्री है श्यामा, सूर बल्ली है ग्राम्या।विष्णुप्रिय जो नर तुमको सेवे, सो नर तर जाता।मैय्या जय तुलसी माता।। […]
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