श्री शिव चालीसा हिन्दू धर्म का एक अत्यंत पवित्र और श्रद्धा से परिपूर्ण स्तोत्र है, जिसमें भगवान शिव की महिमा, गुण, स्वरूप और लीलाओं का विस्तृत वर्णन किया गया है। यह चालीसा 40 चौपाइयों और दो दोहों के माध्यम से भगवान शिव की स्तुति करती है। इसे श्रद्धालु विशेष रूप से सोमवार के दिन, शिवरात्रि […]
Read Moreश्री हनुमान चालीसा
श्री हनुमान चालीसा एक प्रसिद्ध धार्मिक ग्रंथ है, जिसे महान भक्त कवि गोस्वामी तुलसीदास जी ने 16वीं शताब्दी में रचा था। यह अवधी भाषा में लिखा गया एक स्तोत्र है, जिसमें कुल 40 चौपाइयाँ (इसलिए इसे “चालीसा” कहा जाता है) और दो दोहों के माध्यम से भगवान हनुमान जी की स्तुति की गई है। यह […]
Read Moreगणपति स्तुति आरती ~ गणपति राखो मेरी लाज
गणपति स्तुति का विषय भगवान श्री गणेश की महिमा, उनके दिव्य स्वरूप और उनके द्वारा प्रदान की जाने वाली कृपा का वर्णन है। यह स्तुति भक्त के हृदय से निकली हुई वह प्रार्थना होती है, जो भगवान गणेश से उसकी समस्त विघ्न-बाधाओं को दूर करने की विनती करती है। गणेश जी को हिन्दू धर्म में […]
Read Moreसाईं बाबा की आरती
साईं बाबा एक महान आध्यात्मिक गुरु और संत थे, जिनका जन्म 19वीं सदी में महाराष्ट्र के शिरडी गाँव में हुआ था। वे हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों के प्रति समान श्रद्धा रखते थे और अपने संदेशों के माध्यम से सभी धर्मों के बीच प्रेम, सद्भाव और एकता का प्रचार करते थे। साईं बाबा ने अपने […]
Read Moreराधारानी जी की आरती
राधाष्टमी के अवसर पर वृषभानु लली की आरती का गायन करना बड़ा ही मंगलकारी माना गया है।देवी राधा साक्षात लक्ष्मी स्वरूप हैं। राधाष्टमी पर देवी राधा की पूजा करके इनकी आरती का गायन करने से राधा रानी बहुत ही प्रसन्न होती हैं। आरती श्री वृषभानु लली की, मंजुल मूर्ति मोहन ममता की…आरती श्री वृषभानु लली […]
Read Moreकरवा चौथ पर करवा माता की आरती
करवाचौथ पर चौथ माता की आरती करना सुहाग और सौभाग्य के लिए उत्तम फलदायी माना गया है। इस दिन शिव पार्वती और गणेशजी की आरती के साथ करवा चौथ माता की भी आरती जरूरी करनी चाहिए यह आपके व्रत को और भी शुभ एवं सफल बनाता है। करवा चौथ का त्योहार मुख्य रूप से उत्तर […]
Read Moreमां सरस्वती की वंदना
सरस्वती माता की पूजा करते समय समय उनकी वंदना करना जरू करें क्योंकि सृष्टि में देवी देवता भी मां सरस्वती की वंदना करते हैं और देवी की कृपा से ही उन्हें भी ज्ञान और मान सम्मान मिलता है।तो आपक कीजिए सरस्वती वंदना – या कुन्देन्दु तुषारहार धवला या शुभ्रवस्त्रावृता। बसंत पंचमी के मौके पर सबसे […]
Read Moreभगवान राम की आरती
भगवान राम हिन्दू धर्म के एक महान आदर्श पुरुष और मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में पूजे जाते हैं। वे त्रेतायुग में अयोध्या के राजा दशरथ और रानी कौशल्या के पुत्र के रूप में जन्मे थे। राम न केवल एक शक्तिशाली राजा थे, बल्कि वे धर्म, सत्य, कर्तव्य और मर्यादा के प्रतीक माने जाते हैं। उनके […]
Read Moreसंतोषी माता की आरती
संतोषी माता एक लोकपूज्या देवी हैं, जिन्हें संतोष, धैर्य और श्रद्धा की प्रतीक माना जाता है। उनका नाम ही उनके स्वरूप और शक्ति का परिचय देता है—जो अपने भक्तों को संतोष प्रदान करती हैं और उनके जीवन से दुःख-दर्द दूर करती हैं। संतोषी माता की पूजा मुख्यतः भारत के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शुक्रवार […]
Read Moreकुबेर जी की आरती
भगवान कुबेर हिन्दू धर्म में धन, वैभव और समृद्धि के देवता माने जाते हैं। उन्हें देवताओं का कोषाध्यक्ष और उत्तर दिशा का अधिपति कहा गया है। कुबेर जी का स्वरूप अत्यंत भव्य और प्रभावशाली होता है—वे सोने के आभूषणों से सजे होते हैं, उनके हाथों में रत्नों से भरा पात्र या मणि कुंभ होता है, […]
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