कुंजबिहारी जी भगवान श्रीकृष्ण का एक मधुर और भक्तिपूर्ण रूप है, जिनका उल्लेख विशेष रूप से वृंदावन और ब्रज की लीलाओं में होता है। “कुंजबिहारी” शब्द का अर्थ है—वह जो वृंदावन के कुंजों (छायादार उपवनों) में विहार करते हैं। यह नाम श्रीकृष्ण के उस रूप को दर्शाता है जो गोपियों के संग रास रचाते हैं, […]
Read Moreगोर्वधन महाराज जी की आरती
गोवर्धन महाराज जी भगवान श्रीकृष्ण के परम प्रिय और पूजनीय स्वरूप माने जाते हैं, जिन्हें हिन्दू धर्म में एक जीवंत पर्वत के रूप में आदर और श्रद्धा के साथ पूजा जाता है। ब्रजभूमि में स्थित गोवर्धन पर्वत न केवल एक प्राकृतिक स्थल है, बल्कि वह कृष्ण भक्ति का जीवंत प्रतीक भी है। गोवर्धन लीला के […]
Read Moreतुलसी माता की आरती
तुलसी माता हिन्दू धर्म में एक पवित्र और पूजनीय पौधे के रूप में जानी जाती हैं, जिन्हें देवी का स्वरूप माना गया है। तुलसी न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि आध्यात्मिक, औषधीय और सांस्कृतिक रूप से भी उनका विशेष स्थान है। पुराणों के अनुसार, तुलसी माता भगवान विष्णु की परम भक्त हैं और […]
Read Moreएकादशी माता की आरती
एकादशी माता हिन्दू धर्म की अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण देवी मानी जाती हैं, जिनका संबंध विशेष रूप से भगवान विष्णु से है। एकादशी का पर्व प्रत्येक महीने के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की ग्यारहवीं तिथि को मनाया जाता है, जिसे भगवान विष्णु की आराधना और व्रत के माध्यम से उनकी कृपा पाने का सर्वोत्तम अवसर […]
Read Moreदुर्गा जी की आरती
दुर्गा माता हिन्दू धर्म की एक अत्यंत शक्तिशाली और मातृस्वरूप देवी हैं, जिन्हें सभी बुरी शक्तियों और अधर्म पर विजय प्राप्त करने वाली माँ के रूप में पूजनीय माना जाता है। उनका नाम ही ‘दुर्ग’ से उत्पन्न हुआ है, जिसका अर्थ है ‘अपराजेय’ या ‘जिसका कोई दुर्गम स्थान न हो’। दुर्गा जी का स्वरूप सौंदर्य, […]
Read Moreबालाजी की आरती
बालाजी भगवान विष्णु के एक अत्यंत पूजनीय रूप हैं, जिन्हें खासकर दक्षिण भारत में बड़े श्रद्धा से पूजा जाता है। बालाजी का मंदिर तिरुपति, आंध्र प्रदेश में स्थित है, जो भारत के सबसे प्रसिद्ध और भक्तिपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है। बालाजी को भगवान वेंकटेश्वर या वेंकटेश्वरस्वामी के नाम से भी जाना जाता है। […]
Read Moreभगवान विष्णु की आरती
भगवान विष्णु हिंदू धर्म के तीन प्रमुख देवताओं में से एक हैं, जिन्हें त्रिदेवों में से दूसरा माना जाता है। वे संसार के पालनहार हैं, जिनका मुख्य कार्य सृष्टि की रक्षा और उसे सुचारु रूप से बनाए रखना है। विष्णु जी को विश्व के संरक्षक के रूप में पूजा जाता है, जो धर्म की स्थापना […]
Read Moreश्री लक्ष्मी माता की आरती
श्री लक्ष्मी माता हिंदू धर्म में धन, समृद्धि, सौभाग्य और शुभता की देवी हैं। उन्हें भगवान विष्णु की पत्नी और उनकी शक्ति स्वरूपा माना जाता है। लक्ष्मी माता को अक्सर सुनहरे वस्त्रों में, कमल के फूल पर विराजमान और चार हाथों वाली सुंदर देवी के रूप में दर्शाया जाता है। उनके चार हाथों में धन […]
Read Moreभगवान शिवजी की आरती
भगवान शिव हिन्दू धर्म के त्रिदेवों में से एक हैं और उन्हें संहारक के रूप में जाना जाता है। वे ब्रह्मा (सृष्टिकर्ता) और विष्णु (पालनहार) के साथ त्रिमूर्ति की संकल्पना में तीसरे देवता हैं। शिवजी का स्वरूप अत्यंत महाशक्ति और गंभीरता से परिपूर्ण होता है, जो सृष्टि के विनाश और पुनर्निर्माण के लिए आवश्यक माना […]
Read Moreगणेश जी की आरती
गणेश जी हिन्दू धर्म के अत्यंत प्रिय और लोकप्रिय देवता हैं, जिन्हें विघ्नहर्ता अर्थात् सभी बाधाओं को दूर करने वाले के रूप में पूजा जाता है। वे भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र हैं और अपने हाथी के सिर के कारण पहचाने जाते हैं। गणेश जी का स्वरूप बहुत ही विशिष्ट और सुन्दर होता […]
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